Skip to main content

औद्योगिक क्षेत्र में खाली पड़ी भूमि पर को डम्पिंग स्टेशन बनाने से उद्यमियों में रोष

सेक्टर 37 औद्योगिक क्षेत्र में हुड्डा विभाग की खाली पड़ी लगभग 7 एकड़ भूमि पर एमसीजी द्वारा हजारों ट्रक मलवा डाले जाने से उद्यमियों में नाराजगी व्याप्त है। फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री के प्रदेश महासचिव दीपक मैनी का कहना है कि हरियाणा प्रदेश के सभी औद्योगिक क्षेत्रों को साफ सुथरा रखने की जिम्मेदारी हरियाणा सरकार की है।

परंतु कुछ अधिकारी इस तरह के कार्य करवा कर सरकार की किरकिरी कर रहे हैं। सरकारी विभाग द्वारा एनजीटी के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। एक तरफ तो सरकार इंडस्ट्री के ऊपर प्रदूषण फैलाने का आरोप लगाती है दूसरी तरफ सरकार द्वारा इन प्रदूषण के दिनों में भी लगातार सैकड़ों ट्रक मलवा हर रोज इस प्लॉट में डाला जा रहा है।

यहां पर एमसीजी और इको ग्रीन द्वारा एक डंपिंग यार्ड बना दिया गया है। यह प्लाट पेस सिटी 2 सेक्टर 37 की मेन रोड पर स्थित है। एक तरफ से इसके सामने सेक्टर10ए है और दूसरी तरफ फायर ब्रिगेड स्टेशन है। यह प्लाट उद्योग पतियों के लिए बहुत बड़ी सिर दर्द का कारण बनता जा रहा है क्योंकि यहां पर पूरे दिन मिट्टी उड़ती रहती है।

सेक्टर 37 में एक आयुर्वेदिक दवाई निर्माता कंपनी के मालिक एसपी अग्रवाल ने बताया कि अगर किसी भी औद्योगिक क्षेत्र में इस तरह मलबे के ढेर और गंदगी होगी तो इससे क्षेत्र में खरीददारों की आने की संभावना कम रहेगी और बीमारी फैलने का खतरा भी बना रहेगा। इस तरह की गंदगी के कारण उनके उद्योग पर भी बुरा असर हो रहा है उन्होंने यह भी बताया कि इस क्षेत्र में सफाई की व्यवस्था चरमरा गई है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
गुड़गांव. सेक्टर-37 में खाली भूमि पर डाला गया मलवा।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3aUUTx3

Popular posts from this blog

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...

2 दिन से एमएसपी पर पीआर धान की नहीं हुई खरीद, सरकारी रिकॉर्ड में 17500 क्विंटल मंडियों में अटका

सरकार और राइस मिलर्स की लड़ाई में किसान पिस रहा है। पीआर धान की सरकारी खरीद कागजों में रविवार से शुरू हो चुकी है लेकिन पूरे जिले में किसी भी मंडी में एक दाने की खरीद अब तक नहीं हुई। मार्केट कमेटी के रिकॉर्ड अनुसार ही 17500 क्विंटल पीआर धान मंडियों में पहुंच चुका है। हालांकि धान इससे कहीं ज्यादा मात्रा में मंडियों में पड़ा है। सोमवार सुबह नई अनाज मंडी में एमएसपी पर धान की खरीद शुरू न होने पर किसानों ने मार्केट कमेटी कार्यालय के बाहर धरना शुरू किया। उसके बाद एसडीएम संजय कुमार किसानों के बीच पहुंचे और उन्हें एमएसपी पर खरीद का आश्वासन दिया। किसानों ने एसडीएम से दो टूक कहा कि वे पहले ही दुखी हैं और अब उन्हें और परेशान नहीं किया जाए। एक दिन का अल्टीमेटम देते हुए किसान बलजीत किच्छाना, गुरनाम सिंह डोहर, फूल सिंह नरड़, संजय ग्योंग, होशियार गिल व राममेहर गिल प्यौदा, तेजिंद्र सिंह अरनौली ने कहा कि अगर सोमवार सायं तक एम एसपी पर खरीद शुरू नहीं हुई तो मंगलवार से किसान कार्यालय के बाहर धरना देंगे और आंदोलन करने को मजबूर होंगे। किसानों को एक-एक क्विंटल धान लाने के मैसेज पर एसडीएम बोले-गलती सुधारी ज...