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एनसीसी कैडेट्स और एनएसएस वॉलंटियर्स वृद्धाश्रम और अनाथालय में करेंगे सेवा, हफ्ते में दो दिन जाएंगे आश्रम

वर्तमान दौर में अधिकतर युवा अपने बुजुर्गों से अक्सर दूर रहते हैं। ऐसे में परिवार और जिम्मेदारियों की अनदेखी कईं बार हो जाती है। माता-पिता, भाई-बहन, दादा-दादी जैसे रिश्ते हमारे काम और कॅरियर की दौड़ में पीछे रह जाते हैं, जिन पर हमारा ध्यान भी कम हो जाता है। इन रिश्तों अहमियत को हर युवा को समझाने के लिए डायरेक्टरेट ऑफ हायर एजुकेशन ने एक योजना शुरू की गई है। जिसमें अब वृद्धाश्रम और अनाथालय में एनसीसी कैडेट्स व एनएसएस वॉलंटियर्स बुजुर्गों की देखभाल करेंगे।

विजिट और एक्टिविटी का ब्यौरा रखेंगे नोडल ऑफिसर

जो विद्यार्थी शहर के बाहर व दूर गांव से आते हैं वे आश्रम की बजाए अपने आसपास के क्षेत्र में रहने वाले बुजुर्गों की सहायता करेंगे। उनके पास विजिट व केयर के लिए यदि किसी भी स्टूडेंट को आर्थिक मदद की जरूरत होगी तो उन्हेें वह भी मुहैया करवाई जाएगी। इसके साथ ही विद्यार्थियों को अपनी विजिट व एक्टिविटी का पूरा ब्यौरा अपने नोडल ऑफिसर को देना होगा।

हफ्ते में दो दिन आश्रम में करने होंगे व्यतीत

योजना के तहत स्टूडेंट्स को हफ्ते में दो दिन आश्रम में विजिट करना होगा। उन्हें अपना समय वहां रह रहे बुजुर्गों व बच्चों को देना होगा। विद्यार्थी इस दौरान उनके साथ एक खास अहसास महसूस करें इसके लिए उन्हें उनका ख्याल केवल एक साल के लिए न कर भविष्य में हमेशा के लिए जोड़ा जाएगा। इससे विद्यार्थियों को बुजुर्गों व बुजुर्गों को बच्चों से मिलने जुलने का मौका मिल सकेगा।

आश्रम में बनेगी लाइब्रेरी, 2 लाख की मिलेगी ग्रांट

प्रदेश सरकार ने बुजुर्गों और बच्चों के लिए आश्रम में एक नई लाइब्रेरी बनाई जा रही है। इस लाइब्रेरी में अखबार से लेकर विभिन्न प्रकार की मैगजीन व पुस्तकों को भी रखा जाएगा। इसका प्रयोग केवल बुजुर्ग ही नहीं वहां जाने वाले विजिटर्स व विद्यार्थी भी कर पाएंगे।



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फाइल फोटो।


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