अच्छी खबर है। जिले में लड़कियों की संख्या प्रतिमाह बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की तरफ से चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के चलते लिंगानुपात 926 पर जा पहुंचा है। यानी प्रति एक हजार लड़कों के मुकाबले जिले में अब 926 लड़कियां जन्म ले रही हैं। जबकि जुलाई में सेक्स रेशियो 809 था। दरअसल, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लोगों को सोशल मीडिया और गोष्ठी से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के प्रति जागरूक कर रहे हैं।
यही नहीं भ्रूण लिंग जांच करने वालों को भी सलाखों के पीछे पहुंचाया जा रहा है। भ्रूण लिंग जांच करने वाले अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर शिकंजा कसा गया है। इसका नतीजा यह रहा कि अब लगातार जिले में लड़कियों की संख्या बढ़ रही है। जुलाई माह में जिले में प्रति एक हजार पर 809 लड़कियां थीं। इसके बाद अगस्त माह में सेक्स रेशियो बढ़कर 898 पहुंच गया। सितंबर माह में 901, अक्टूबर में 921 और अब नवंबर में सेक्स रेशियो 926 पर जा पहुंचा है। सीएमओ डॉ. रत्ना भारती और डिप्टी सीएमओ डॉ. अनामिका बिश्नोई ने बताया कि पिछले कई माह से लगातार सेक्स रेशियो बढ़ रहा है।
अब बेटी पैदा होने पर भी मिल रही बधाई
हिसार की पूर्व पार्षद व मंगलमुखी राज हसीना का कहना है कि बेटियों के प्रति भी अब लोग जागरूक हो रहे हैं। अब प्रतिमाह 20 से 30 लोग बेटियां पैदा होने पर खुद उन्हें घर पर बुलाकर बधाई दे रहे हैं। यहीं नहीं कुछ लोग तो बेटियों का नामकरण भी उन्हीं से करा रहे हैं।
लिंगानुपात में सुधार के पीछे विभाग के ये प्रयास रहे कारगर
लिंगानुपात बढ़ने के मुख्य कारणों में अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर लगातार छापेमारी, लाेगाें के बीच जागरूकता, शिक्षा, लड़कियों के विभिन्न क्षेत्रों में उम्दा प्रदर्शन आदि को माना जा रहा है। लिंगानुपात में संतुलन को बनाए रखने और गर्भ में लड़कियों को न मारा जाए, इसके लिए जिला प्रशासन ने दस से अधिक बार पूरे जिले में एक साथ छापेमारी की कार्रवाई की। इसके अलावा दिल्ली, लुधियाना में भ्रूण लिंग जांच करने वालों को भी सलाखों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है।
लिंगानुपात बढ़ाने में स्वास्थ्य विभाग टीम का अहम योगदान रहा है। लिंगानुपात 950 से अधिक करने का लक्ष्य है, जिसे जल्द पूरा किया जाएगा। डॉ. रत्ना भारती, सीएमओ, हिसार।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3hkKZWK