Skip to main content

गलत बिलाें के कारण 300 में से मात्र 47 कराेड़ रुपए ही रिकवर

बिजली उपभोक्ता अब खुद ही अपने बिलाें की गलत रीडिंग ठीक कर सकते हैं। इसके लिए बिजली निगम ने उपभाेक्ताओं की सुविधा में ट्रस्ट रीडिंग सुविधा शुरू की है। इसका लाभ घरेलू, दुकान व एलटी औद्योगिक (20 किलाेवाट से कम लाेड) वाले उपभोक्ता ही पास सकते हैं। इन उपभोक्ताओं काे निगम की वेबसाइट पर जाकर ट्रस्ट रीडिंग सुविधा का उपयोग करना हाेगा। गलत बिलाें के कारण पानीपत सर्कल 3 माह में 300 कराेड़ के टारगेट में से मात्र 47 कराेड़ रुपए ही रिकवर हुए हैं।

इससे ऐसा ही हाल प्रदेश के सभी जिलाें का है। इसी का ध्यान में रखते हुए हरियाणा बिजली वितरण निगम ने उपभोक्ताओं के लिए ट्रस्ट रीडिंग की सुविधा शुरू की है। बिजली बिल में मीटर रीडिंग गलत होने की स्थिति में उपभोक्ता ऑनलाइन सही मीटर रीडिंग कर करके बिल ठीक करवा सकते हैं। पानीपत समेत प्रदेश के 42 शहरों में यह सुविधा शुरू की जा रही है।

रीडिंग व मीटर का डिस्प्ले वाला फाेटाे अपलाेड करना होगा: बिजली निगम ने www.uhbvn.org.in पर जाकर ट्रस्ट रीडिंग की सुविधा प्रयाेग कर सकते हैं। इस सुविधा के उपयोग की जानकारी भी निगम की वेबसाइट पर दी गई है। उपभाेक्ताओं काे अपने मीटर की रीडिंग व मीटर का साफ डिस्प्ले वाला फाेटाे अपलाेड करना हाेगा। डिस्पले पर मीटर की रीडिंग साफ दिखाई देनी चाहिए। जैसे ही उपभोक्ता अपने मीटर की रीडिंग वेबसाइट पर भर देंगे ताे उसके 2 दिन बाद सही बिल बनकर आए जाएगा।

उपभोक्ता को सप्ताह तक का मिलेगा समय
उपभाेक्ताओं का सही बिल तैयार हाेकर आने के बाद उसे जमा कराने के लिए एक सप्ताह का समय मिलेगा। उपभाेक्ताओं काे इस समय में बिल जमा करना हाेगा। लेट हाेने पर जुर्माना लगेगा। पानीपत में भी उपभाेक्ताओं काे एवरेज रीडिंग के आधार पर ही भारी भरकम गलत बिल भेजे हैं। नतीजन 2 माह में 300 कराेड़ से ज्यादा के टारगेट में से मात्र 47 कराेड़ ही आमदनी हुई है। पानीपत सर्कल में 2 लाख 75 हजार से ज्यादा उपभोक्ता हैं। इन दिनाें मेंं करीब 120 लाख यूनिट तक खपत हाेती है। लाॅकडाउन के दाैरान इंडस्ट्री, शिक्षण संस्थान व अन्य निजी व सरकारी कार्यालय बंद रहने के कारण खपत 75 लाख यूनिट तक ही चली रही है। अप्रैल माह में 7.32 कराेड़ और 27 मई तक 40.26 कराेड़ रुपए की आमदनी हुई।

जाे देरी करेंगे, उनकाे बाद में परेशानी होगी: एक्सईएन
ट्रस्ट रीडिंग सुविधा के बारे में उपभाेक्ताओं काे विभिन्न माध्यमाें से अवगत कराया जा रहा है। गलत बिलाें काे सही करवाकर जमा करवाएं। बिल ताे जमा कराना ही हाेगा। जाे समय रहते जमा करवा देंगे, उनका पूरा सहयाेग किया जाएगा। जाे देरी करेंगे, उनकाे बाद में परेशानी झेलनी पड़ेगी।
- संजीव कुमार शर्मा, एकसईएन, सिटी डिविजन, बिजली निगम पानीपत सर्कल।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2AeZ2Ma

Popular posts from this blog

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...

2 दिन से एमएसपी पर पीआर धान की नहीं हुई खरीद, सरकारी रिकॉर्ड में 17500 क्विंटल मंडियों में अटका

सरकार और राइस मिलर्स की लड़ाई में किसान पिस रहा है। पीआर धान की सरकारी खरीद कागजों में रविवार से शुरू हो चुकी है लेकिन पूरे जिले में किसी भी मंडी में एक दाने की खरीद अब तक नहीं हुई। मार्केट कमेटी के रिकॉर्ड अनुसार ही 17500 क्विंटल पीआर धान मंडियों में पहुंच चुका है। हालांकि धान इससे कहीं ज्यादा मात्रा में मंडियों में पड़ा है। सोमवार सुबह नई अनाज मंडी में एमएसपी पर धान की खरीद शुरू न होने पर किसानों ने मार्केट कमेटी कार्यालय के बाहर धरना शुरू किया। उसके बाद एसडीएम संजय कुमार किसानों के बीच पहुंचे और उन्हें एमएसपी पर खरीद का आश्वासन दिया। किसानों ने एसडीएम से दो टूक कहा कि वे पहले ही दुखी हैं और अब उन्हें और परेशान नहीं किया जाए। एक दिन का अल्टीमेटम देते हुए किसान बलजीत किच्छाना, गुरनाम सिंह डोहर, फूल सिंह नरड़, संजय ग्योंग, होशियार गिल व राममेहर गिल प्यौदा, तेजिंद्र सिंह अरनौली ने कहा कि अगर सोमवार सायं तक एम एसपी पर खरीद शुरू नहीं हुई तो मंगलवार से किसान कार्यालय के बाहर धरना देंगे और आंदोलन करने को मजबूर होंगे। किसानों को एक-एक क्विंटल धान लाने के मैसेज पर एसडीएम बोले-गलती सुधारी ज...