Skip to main content

बहनोई व उसका बेटा निकले मुख्य आरोपी 5 गिरफ्तार, 9 रुपये लाख भी किए बरामद

रोडी थाना के गांव अलीकां के पास गुरुवार दोपहर को हुई 9 लाख रुपये की लूट को सीआईए सिरसा और रोड़ी पुलिस की टीम ने केवल 12 घंटे की अवधि में ही सुलझा लिया है। पुलिस ने वारदात में शामिल पांचों लोगों को गिरफ्तार करके 9 लाख रुपये की राशि भी बरामद कर ली है।


खास बात यह रही कि इस वारदात को अंजाम देने वाला कोई और नहीं बल्कि शिकायतकर्ता बलदेव सिंह निवासी मानसा का ही बहनोई और उसका बेटा है। दोनों ने मिलकर लूट की वारदात का प्लान बनाया और अपने साथियों को साथ लेकर वारदात की थी। डीएसपी, सीआईए व रोड़ी थाना प्रभारी ने संयुक्त रुप से बताया कि पुलिस अधीक्षक डॉ. अरुण ने मौका पर पंहुच इस वारदात को शीघ्र अति शीघ्र सुलझाने के लिए सीआईए सिरसा व रोड़ी थाना की पुलिस टीमों का गठन किया था।

आरोपी गुरजीत सिंह उर्फ गिटा पर हत्या का केस

लूट में शामिल आरोपी गुरजीत सिंह उर्फ गिटा निवासी नागोकी हत्या के मामले में जिला जेल में सजा काट रहा था और फिलहाल पैरोल पर आया हुआ था । वह बसंत सिंह उर्फ वीरु का दोस्त है। इसलिए वारदात में वह शामिल हुआ। गुरजीत पर बड़ागुढ़ा थाना में 23 अप्रैल 2015 को हत्या का केस दर्ज हुआ था और वह जेल से 13 अप्रैल 2020 को पैरोल पर आया हुआ था ।

9 लाख देख बाप-बेटे के मन में आ गई थी बेइमानी

रोडी थाना प्रभारी बताया कि 30 साल पहले बलदेव ने नागोकी में एक एकड़ खरीदी थी। उस पर बलदेव के बहनाई नक्षत्र और उसके भाइयों ने कब्जा कर लिया। बलदेव ने इस विवाद को मिटाने के लिए ही अपने चारों सालों से कहा कि इस जमीन के वे पैसे ले और जमीन बेच दे। जब वह गाड़ी में पैसे लेकर निकलने लगा तो नक्षत्र और उसके बेटे वीरू के मन में बेईमानी आ गई और लूट की।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Brother-in-law and his son turned out to be the main accused 5 arrested, recovered 9 lakh rupees


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2MdW2Cl

Popular posts from this blog

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...

2 दिन से एमएसपी पर पीआर धान की नहीं हुई खरीद, सरकारी रिकॉर्ड में 17500 क्विंटल मंडियों में अटका

सरकार और राइस मिलर्स की लड़ाई में किसान पिस रहा है। पीआर धान की सरकारी खरीद कागजों में रविवार से शुरू हो चुकी है लेकिन पूरे जिले में किसी भी मंडी में एक दाने की खरीद अब तक नहीं हुई। मार्केट कमेटी के रिकॉर्ड अनुसार ही 17500 क्विंटल पीआर धान मंडियों में पहुंच चुका है। हालांकि धान इससे कहीं ज्यादा मात्रा में मंडियों में पड़ा है। सोमवार सुबह नई अनाज मंडी में एमएसपी पर धान की खरीद शुरू न होने पर किसानों ने मार्केट कमेटी कार्यालय के बाहर धरना शुरू किया। उसके बाद एसडीएम संजय कुमार किसानों के बीच पहुंचे और उन्हें एमएसपी पर खरीद का आश्वासन दिया। किसानों ने एसडीएम से दो टूक कहा कि वे पहले ही दुखी हैं और अब उन्हें और परेशान नहीं किया जाए। एक दिन का अल्टीमेटम देते हुए किसान बलजीत किच्छाना, गुरनाम सिंह डोहर, फूल सिंह नरड़, संजय ग्योंग, होशियार गिल व राममेहर गिल प्यौदा, तेजिंद्र सिंह अरनौली ने कहा कि अगर सोमवार सायं तक एम एसपी पर खरीद शुरू नहीं हुई तो मंगलवार से किसान कार्यालय के बाहर धरना देंगे और आंदोलन करने को मजबूर होंगे। किसानों को एक-एक क्विंटल धान लाने के मैसेज पर एसडीएम बोले-गलती सुधारी ज...