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स्थिति ठीक रही तो एक जुलाई से स्कूल खोलने के लिए हरियाणा की पूरी तैयारी, मास्क लगाकर आएंगे विद्यार्थी

केंद्र सरकार की गाइड लाइन जारी होने के बाद हरियाणा ने भी अपनी प्लानिंग बनाई है। में एक जुलाई शैक्षणिक संस्थान खुल सकते हैं। क्योंकि शिक्षा विभाग 50 प्रतिशत बच्चों के साथ क्लास शुरू करने की पहले ही केंद्र से सिफारिश कर चुका है। अब केंद्र ने जून में शिक्षण संस्थान खोलने के लिए राज्य सरकारों से फीडबैक मांगा है तो हरियाणा इसके लिए पहले ही तैयार है।
विभाग की ओर से एक जुलाई से स्कूल खुलने पर कोर्स पूरा कराने की भी प्लानिंग बना चुका है। स्कूलों के बच्चों की 43 दिनों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। ऐसे में विभाग की प्लानिंग है कि 16 दिनों सर्दी की छुटि्टयां रद्द की जाएंगी। इसके साथ हर माह के एक शनिवार का अवकाश नहीं होगा। इसके अलावा अगस्त और सितंबर में बच्चों की दो घंटा अतिरिक्त कक्षाएं लगाई जाएंगी। इससे 40-41 दिन की अतिरिक्त पढ़ाई होने से अप्रैल-मई में बच्चों की प्रभावित हुई शिक्षा पूरी हो जाएगी। बता दें कि राज्य में करीब 52 लाख विद्यार्थी पढ़ाई कर रहें हैं। इधर, कॉलेजों को लेकर भी सरकारी की पूरी तैयारी है। देखना यह होगा कि कोचिंग सेंटरों के लिए क्या फीडबैक आता है।

इंटर स्टेट बॉर्डर खोलने से पहले विचार करेगी सरकार: विज
केंद्र सरकार की ओर से अब इंटर स्टेट और इंटर डिस्ट्रिक्ट के लिए पास अनिवार्यता खत्म कर दी है। परंतु इसके लिए परिस्थिति के अनुसार राज्यों को भी निर्णय लेने का अधिकार दिया गया है। हरियाणा में दिल्ली से सटे जिलों में संक्रमण ज्यादा है। ऐसे में सरकार इंटर स्टेट बॉर्डर खोलने के लिए विचार करेगी। अभी बॉर्डर सील किए हुए हैं। फिर भी गुड़गांव, फरीदाबाद और सोनीपत में केस सबसे ज्यादा मिल रहें हैं। हरियाणा को दिल्ली से खतरा है। इसलिए हरियाणा सरकार में इसमें गहन मंथन होना तय है। गृह मंत्री अनिल विज कह चुके हैं कि दिल्ली से ही ज्यादा संक्रमण हरियाणा में आ रहा है। विज का कहना है कि केंद्र ने राज्यों पर बॉर्डर खोलने या बंद रखने का निर्णय छोड़ा है। इसलिए सरकार इस विचार करेगी कि क्या किया जाए।

सितंबर के टेस्ट हो सकते हैं रद्द
विभाग का मानना है कि एक जुलाई से स्कूल खुलने से बच्चों का कोर्स पूरा कर लिया जाएगा। लेकिन सितंबर में होने वाले टेस्ट रद्द किए जा सकते हैं। क्योंकि पहले बच्चों का कोर्स पूरा कराना होगा।

यह बरती जाएगी एहतियात

स्कूल खुलने पर बच्चों के लिए मास्क अनिवार्य किया जाएगा। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराई जाएगी। इसके अलावा स्कूलों में सेनिटाइज की व्यवस्था की जाएगी। बुखार, खांसी-जुकाम आदि से पीड़ित बच्चे का स्कूल में आना वर्जित रहेगा।

  • हम स्कूल खोलने के लिए प्लानिंग बना चुके हैं। यदि परिस्थिति ठीक रहती है तो एक जुलाई से स्कूल खोलने के लिए तैयार हैं। बच्चों की 43 दिनों की प्रभावित पढ़ाई को पूरा करने के लिए भी तैयारी हो चुकी है। -कंवरपाल गुर्जर, शिक्षा मंत्री


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