Skip to main content

दिन में कई बार थोड़ा-थोड़ा खाएं, 8 गिलास पानी पिएं; कोरोना से बचाव के लिए विटामिन-सी, डी को दिनचर्या में शामिल करें

यह कोरोनाकाल की पहली गर्मी है। सामान्य तौर पर जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक से लेकर डायरिया और पसीने के कारण स्किन में एलर्जी जैसी कई तरह की समस्याएं शुरू हो जाती हैं। इस बार कोरोना के कारण इन दिक्कतों के साथ कुछ अलग तरह के कॉम्पलिकेशन भी दिखाई देंगे। हेल्थ एक्सपर्ट्स के सुझाए दिनभर के रूटीन को अपनाकर आप गर्मियों में हेल्दी रह सकते हैं।

एक्सपर्ट्स की राय-

विटामिन सी के लिए नींबू, संतरा आंवला जैसे फलों का सेवन करें

1- दिल्ली के स्वस्थ अस्पताल की डॉक्टर माधवी ठोके का मानना है कि विटामिन सी किसी भी तरह के इंफेक्शन को रोकने और इम्युनिटी बढ़ाने में बहुत मददगार होता है।

2- डॉ. माधवी कहती हैं कि विटामिन सी के लिए नींबू, संतरा, मौसमी, किन्नू, स्ट्रॉबरी, जामुन, आंवला जैसे फलों का नियमित सेवन करें। इसके अलावा विटामिन बी और जिंक का सेवन किसी भी इंफेक्शन को रोक सकता है।

3- धूप से मिलने वाला विटामिन-डी कोरोना से लड़ने में बहुत सहायक है। क्योंकि यह टी-सेल के निर्माण में सहायता करता है।

4- डॉक्टर माधवी बताती हैं कि यही टी-सेल इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत बनाने में बेहद मददगार होती है। जो कोरोना वायरस से लड़ने में फ्रंटलाइन वॉरियर का काम करती है।

क्या करें और क्या न करें?

  • धूप हमारे शरीर के लिए अमृत

आयुर्वेद चिकित्सक और बीमारियों पर 10 से ज्यादा किताबों के लेखक डॉक्टर अबरार मुल्तानी के अनुसार धूप हमारे शरीर के लिए अमृत है। धूप लेेने को आयुर्वेद में अताप स्नान कहा गया है।
सामान्य तौर सुबह 7 से 10 बजे के बीच 10-15 मिनट धूप सेंकने से विटामिन-डी का निर्माण शरीर में होने लगता है।

  • फ्रिज के ठंडे पानी को अवाइड करें

डॉक्टर मुल्तानी गुनगुना पानी भी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए बहुत बढ़िया मानते हैं। उनका कहना है कि यह पाचन और मेटाबॉलिज्म को सही रखता है। इसके अलावा फेफड़ों तथा गले को स्वस्थ रखता है। कोशिश करें कि जब भी प्यास लगे तो कुनकुना पानी ही लें। फ्रिज के ठंडे पानी को अवाइड करें।

  • चाय-कॉफी से बचें, नियमित अंतराल पर पानी पिएं

सीके बिरला हॉस्पिटल, नई दिल्ली के इंटरनल मेडिसिन विभाग के कंसल्टेंट डॉ. तुषार तायल के अनुसार डिहाइड्रेशन यानी पानी की कमी। पानी तीन तरह से शरीर से कम होता है।

1. पसीने से।

2. किसी शारीरिक एक्टीविटी के माध्यम से।

3. आपकी सांस से।

इन उपायों को अपनाकर आप खुद को हाइड्रेट रख सकते हैं-

रूटीन ऐसा बनाइए कि बिना प्यास लगे भी पानी पिएं

  • डॉ. तुषार कहते हैं कि इससे चक्कर और कमजोरी आती है। नियमित रूप से यह स्थिति रहने से जान जाने का खतरा भी रहता है। चूंकि गर्मी में किसी भी तरह की एक्टिविटी में पसीना निकलता है और हम डिहाइड्रेट महसूस करते हैं। कुछ उपायों को अपना कर आप खुद को हाइड्रेट रख सकते हैं।
  • डॉ. तुषार के मुताबिक, यदि आप घर पर भी हैं तब भी दिनभर में आधा लीटर पानी सांस के माध्यम से और आधा लीटर पानी पसीने के जरिएनिकल जाता है। जब भी आपको प्यास लगती है तो इसका मतलब होता है आप 2 फीसदी डीहाइड्रेशन के शिकार तो हो ही चुके होते हैं।
  • इसके अलावा रूटीन ऐसा बनाइए कि बिना प्यास लगे भी दिनभर में नियमित अंतराल में पानी पीते रहिए। इससे आपके शरीर से जो पसीना निकल रहा है उसकी लगातार भरपाई होती रहेगी।

खीरा, तरबूज, खरबूज जैसे फलों का सेवन करें

  • डॉ. तुषार कहते हैं कि इसी तरह यदि आप वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं तो एक वॉटर बोतल पूरे समय अपने बाजू में रखें। नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें। हो सके तो इसके लिए कोई अलॉर्म लगा लें जो आपको पानी पीने के बारे में रिमाइंड करवाता रहे।
  • खीरा, तरबूज, खरबूज जैसे फलों का सेवन करें जिनमें काफी मात्रा में वाटर कंटेंट होता है। ज्यादा मात्रा में चाय-कॉफी पीने से बचें। इसकी जगह लस्सी, छाछ, ताजे फलों के जूस को दिनचर्या में शामिल करें।

कम से कम दो बार नहाने की कोशिश करें

  • डॉ. तुषार के मुताबिक, ब्रेकफास्ट को किसी भी हालत में अवॉइड न करें। मसालेदार खाने से बचें। कम से कम दो बार नहाने की कोशिश करें।
  • बहुत लंबे समय के लिए एसी रूम में बैठने से बचें। एसी के एयर फिल्टर नियमित रूप से साफ करते रहें।
  • सुबह अपने कमरे की खिड़कियां जरूर खोलें ताकि क्रॉस वेंटिलेशन की प्रक्रिया हो, ताजी हवा कमरे में आए।
  • यदि बाहर जाना हो तो हमेशा एक गिलास पानी पीकर ही बाहर निकलें।

रिसर्च के मुताबिक-
20 यूरोपीय देशों में कोरोना से जिन लोगों की मौत हुई, उनमें विटामिन डी की मात्रा बहुत कम थी

  • इसी तरह ब्रिटेन के क्वीन एलिजाबेथ अस्पताल के डॉक्टर पीटर क्रिश्चिचन के नेतृत्व में ब्रिटेन सहित 20 यूरोपियन देशों में हुई एक रिसर्च में पाया गया है कि कोरोना से जिन लोगों की मौत हुई है, उनके ब्लड में विटामिन डी की मात्रा बहुत कम थी।
  • लुसियाना और टेक्सस के रिसर्चर्स ने एक अस्पताल में भर्ती कोरोना के 19 मरीजों पर की गई रिसर्च में पाया है कि इनमें से 11 पेशेंट्स में विटामिन डी की भारी कमी थी।
  • इंडोनेशिया में 780 कोरोना पॉजिटिव मरीजों के डॉक्युमेंट्स की जांच गई जिसमें पाया गया कि इनमें से जिन मरीजों की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हुई सभी में विटामिन डी का स्तर सामान्य से बहुत कम था।
  • आयरलैंड की रिसर्च टीम ने यूरोपियन देशों की जनसंख्या का एनालिसिस करके पाया कि जिन देशों के लोगों में विटामिन डी का स्तर कम है वहां कोरोना से हुई मौत की दर ज्यादा है।
  • इस रिसर्च के आधार पर उन्होंने सरकारों से अपील की है कि लोगों में विटामिन डी का स्तर बढ़ाने के लिए तत्काल काम करें।

आयुष मंत्रालय के सुझाव-
कोरोना से बचाव के लिए योग-प्राणायाम कर बढ़ाए इम्युनिटी

  • कोरोना से फाइट के लिए मजबूत इम्युनिटी सिस्टम की जरूरत होती है। जिसके लिए संतुलित आहार बहुत जरूरी होता है। ताकतवर इम्युनिटी से आप किसी भी तरह के बाहरी बैक्टीरिया, वायरस से जबरदस्त तरीके से लड़ सकते हैं, परिवार और खुद को स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।
  • इम्युनिटी बढ़ाने के लिए भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने कुछ टिप्स शेयर किए हैं। इसके अनुसार नियमित रूप से आप योग, प्राणायाम करें। इसके लिए रोज कुछ समय निकालना ही चाहिए।
  • अपने भोजन में हल्दी-जीरा-धनिया-लहसुन जरूर शामिल करें। विशेष रूप से लहसुन में एलिसिन पाया जाता है, जो इम्युनिटी बढ़ाने के लिए बहुत उपयोगी है। साथ ही ज्यादा तेल-मसाले वाले खाने से पूरी तरह दूरी रखें।
  • किसी अच्छे ब्रॉन्ड का एक चम्मच च्यवनप्राश रोज सुबह या शाम पूरे परिवार सहित जरूर लें। जिन्हें डायबिटीज है, वे शुगर फ्री च्वयनप्राश ले सकते हैं।
  • काढ़ा बनाकर दिन में एक दो बार सेवन करें। काढ़ा तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, सौंठ और मुनक्का के मिश्रण से तैयार किया जाता है। इसमें गुड की हल्की मात्रा या नीबू का रस मिला सकते हैं।
  • कोरोना के खिलाफ इम्युन सिस्टम मजबूत करने के लिए हल्दी मिला गोल्डन दूध बहुत उपयोगी है। इसे दिन में एक या दो बार लिया जा सकता है।


आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Coronavirus Disease/heatwave Safety Update: How To Stay Healthy, Fit And Safe During The Summer Season


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2XiP6KL

Popular posts from this blog

फेसबुक पर दोस्ती कर विधवा से किया गैंगरेप, जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया

किला थाना क्षेत्र में शुक्रवार को फेसबुक पर दोस्ती कर गैंगरेप का मामला सामने आया। पीड़िता के साथ 6 महीने पहले दोस्ती कर आरोपी ने जाल में फंसा लिया। फिर दोस्त कि डेयरी में ले जाकर दोस्त के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। 26 वर्षीय महिला ने बताया कि उसकी 10 साल पहले शादी हुई थी। शादी के दो साल बाद ही पति की मौत हो गई। मौत के बाद वह मायके में आकर रहने लगी। 6 महीने उसकी पहलवान चौक कुटानी रोड के सोनू के साथ फेसबुक पर बातचीत शुरू हुई थी। उसने बातों में फंसा लिया। 25 अगस्त की रात 9 बजे सोनू ने उसे जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया। वह घर से बाहर आई तो वह अपनी एक्टिवा पर बैठाकर पहलवान चौक के पास बनी महालक्ष्मी डेयरी में ले गया। जिसका संचालक विकास है। सोनू उसे अंदर ले गया और को‌ल्ड ड्रिंक पिला दी। इस बीच विकास भी वहां आ गया। वह बेेहोश हो गई। वहीं रात करीब साढ़े 11 बजे होश आया तो उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। महिला का आरोप है कि फेसबुक मित्र सोनू व सोनू ने दोस्त विकास के साथ मिलकर दुष्कर्म किया है। किला पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश जारी है। Download D...

बच्चे पैंगोंग झील के पास बेखौफ घूम रहे, पर्यटकों के लिए भी खुल गया फिंगर-4 के नजदीक का यह गांव, लोग बोले- अब सब नॉर्मल

(मोरुप स्टैनजिन) चीन के साथ जारी तनाव के बीच लद्दाख के आखिरी रहवासी गांव मान-मेराक में अब जिंदगी पहले जैसी हो गई है। सभी प्रकार की पाबंदियां हटा ली गई हैं। संचार व्यवस्था बहाल हो गई है और पर्यटकों के लिए भी अब कोई रोक-टोक नहीं है। 2 महीने पहले यहां दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने थीं। तनाव के गवाह रहे फिंगर-4 इलाके के पास स्थित पैंगोंग झील अब फिर से बच्चों और स्थानीय लोगों से गुलजार है। यहां आसपास के लोगों से बात करो तो कहते हैं- इंडियन आर्मी ने चीनियों को पीछे खदेड़ दिया है। अब डरने जैसी कोई बात नहीं है। 'सर्दियों में लोग पहले की तरह अपने मवेशी फिंगर फोर तक ले जा सकेंगे' एरिया काउंसलर (स्थानीय जनप्रतिनिधि) स्टैनजिन कॉनचॉक के मुताबिक, 15-16 जून गलवान घाटी की घटना के 2 महीने बाद तक यहां के लोगों ने सेना की सख्त पहरेदारी में जिंदगी गुजारी है। लेकिन, अब जीवन सामान्य हो रहा है। सेना और स्थानीय लोग मिलकर सड़क और भवनों के निर्माण में युद्धस्तर पर लगे हुए हैं क्योंकि सर्दियां शुरू होते ही काम करने में दिक्कत आएगी। स्टैनजिन ने बताया, हमने नोटिस किया है कि चीनी पीछे हट रहे हैं। इं...

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...