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टिड्डी दल की रोकथाम को ब्लॉक स्तर पर गठित की कमेटियां कंट्रोल रूम स्थापित, आक्रमण होने पर थाली-ढोल बजाएं किसान

राजस्थान के कई जिलों में टिड्डी दल का हमला होने के बाद जिला प्रशासन ने टिड्डी दल की रोकथाम को लेकर खंड स्तर पर निगरानी कमेटियों का गठन किया है। इसके अलावा लघु सचिवालय स्थित कृषि एवं किसान कल्याण विभाग में कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। विभाग ने किसानों से अपील की है कि यदि कहीं भी टिड्डी दल का हमला होता है तो वे तुरंत कंट्रोल रूम के नंबर पर सूचना दें। इसके अलावा टिड्डी दल का हमला होने पर किसान थाली, ढोल व नगाड़े आदि का शोर कर उन्हें भगा सकते हैं। डीसी डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे टिड्डी दल से किसानों की फसल को बचाने के लिए सभी पुख्ता प्रबंध करें। उन्होंने बताया कि गंगानगर की सीमा तक व सूरतगढ़ में टिड्डी दल किसानों की फसल पर आक्रमण कर रहा है। इसलिए समय रहते सभी व्यापक प्रबंध किए जाए।

नोडल अधिकारी किए नियुक्त
सहायक पौधा संरक्षण अधिकारी डॉ. अनिल वीर सिंह को जिला नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जिनका दूरभाष नंबर 87083-25893 है तथा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, फतेहाबाद में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जिसका दूरभाष नंबर 01667-231122 है। जिला के सभी खंडों में निगरानी कमेटी का गठन किया गया जिसमें दो अधिकारी शामिल है। इनका मुख्य कार्य अपने खण्ड में टिड्डी नियंत्रण अभियान की निगरानी करना है तथा टिड्डी के आक्रमण बारे सूचना का आदान-प्रदान करना है।

ये हैं कमेटियों के सदस्य व उनके फोन नंबर, टिड्डी दिखने पर करे काॅल
खंड फतेहाबाद में विषय विशेषज्ञ सुभाष चन्द्र (दूरभाष नंबर 94667-28519) व खण्ड कृषि अधिकारी अनूप सिंह (94163-63787), खण्ड भूना में सहायक गन्ना विकास अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद (94667-44007), भूना व खण्ड कृषि अधिकारी, भूना रामफल नैन (93552-90700), खण्ड रतिया में विषय विशेषज्ञ रामेश्वर दास (94660-16452) व खण्ड कृषि अधिकारी सुभाष हुड्डा, रतिया (98965-68320), खण्ड भट्टूकलां में उप मण्डल कृषि अधिकारी भीम सिंह, फतेहाबाद (92152-25694) व खण्ड कृषि अधिकारी सतीश ज्याणी, भट्टूकलां (दूरभाष नंबर 94166-44922), खण्ड जाखल में विषय विशेषज्ञ संजय सेलवाल (दूरभाष नंबर 94161-66218) व विषय विशेषज्ञ अजय ढिल्लो, (दूरभाष नंबर 98962-06599) व खण्ड टोहाना में उप मण्डल कृषि अधिकारी मुकेश महला, टोहाना (दूरभाष नंबर 92557-57697) इंचार्ज होंगे व टिड्डी आक्रमण बारे सूचना इन नंबरों पर दी जा सकती है।

कीटनाशक की उपलब्धता के लिए भी इंतजाम किए
टिड्डी आक्रमण होने की स्थिति से निपटने के लिए कीटनाशक की उपलब्धता के लिए भी इंतजाम किए जा रहे हैं जिस हेतु हैफेड को 5 हजार लीटर, हरियाणा भूमि सुधार एवं विकास निगम को 3 हजार लीटर व हरियाणा बीज विकास निगम को 2 हजार लीटर क्लोरोपायरीफास 20 प्रतिशत ईसी के भंडारण करने बारे आदेश दिए गए हैं। यह कीटनाशक टिड्डी आक्रमण के समय किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध करवाया जाएगा।

नियंत्रण के लिए इतनी मात्रा में करें छिड़काव

टिड्डी नियंत्रण हेतू किसान इनमें से किसी एक कीटनाशक, क्लोरोपायरीफास 20 ईसी, 2.5 मि.लि., क्लोरोपायरीफास 50 ईसी, 1.0 मि.लि., डेल्टामिथ्रिन 2.8 ईसी, 1.0 मि.लि. व लेम्बडासाईहेलोथ्रीन 5 ईसी, 1.0 मि.लि. दवाई को एक लीटर पानी में मिलाकर टिड्डी प्रभावित क्षेत्र पर छिड़काव करके टिड्डी का नियंत्रण कर सकते हैं।

खाली पीपे, थाली और ढोल बजाकर करें बचाव

^खेतों में टिड्डी दल दिखाई देने पर डीजे, थाली, ढ़ोल, नगाड़े, खाली पीपों की आवाज करके टिड्डी दल को बैठने से रोका जा सकता है, क्योंकि टिड्डी बैठने पर ही नुकसान करती हैं व तेज आवाज में नहीं बैठती हैं।'' - राजेश सिहाग, डीडीए ।

गठित की गई हैं कमेटियां:डीसी
^टिड्‌डी दल के अटैक की आशंका के चलते खंड स्तर पर कमेटियां गठित कर दी हैं। दवाई स्टॉक रखने को कहा है जो किसानों को 50 फीसदी सब्सिडी पर दी जाएगी। कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया है।'' - डाॅ. नरहरि सिंह,डीसी।



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The locust team's prevention was set up at the block level. Committees set up a control room, farmers should play a plate and drum in case of attack.


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