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ऑफलाइन बुक कराई ऑनलाइन कराएं कैंसिल, काउंटर पर टिकट जमा करने पर मिल जाएगा रिफंड

कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के बाद रेलवे ने 30 जून तक की सभी ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है। इस कारण सभी ऑनलाइन बुक कराई टिकट स्वत: ही कैंसिल हो गई हैं, लेकिन जिन्होंने ऑफलाइन टिकट बुक कराए हैं। वो गफलत में हैं कि आखिर कैसे टिकट कैंसिल करवाएं। इसके लिए रेलवे ने ऑनलाइन ही टिकट कैंसिल की सुविधा दी है। लोग वेबसाइट पर जाकर या 139 पर कॉल कर कैंसिल करा सकते हैं और काउंटर पर जाकर ऑरिजनल टिकट जमा कर रिफंड प्राप्त कर सकते हैं।


रेलवे ने एक जून से कुछ ट्रेनों के संचालन का फैसला लिया है। इस क्रम में पानीपत स्टेशन से 4 ट्रेन रुककर गंतव्य का प्रस्थान करेंगी। इसमें से एक ट्रेन बिहार के लिए जाएगी। इसके लिए स्टेशन पर एक रिजर्वेशन काउंटर को खोल दिया गया है।


इस पर सुबह से ही बिहार की ओर जाने वाले लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो जाता है। इतने ही लोग ऑफलाइन बुक कराई गई टिकट को कैंसिल करवाने के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन एक काउंटर पर भीड़ अधिक होने पर वह इधर से उधर भटकते रहते हैं। स्टेशन पर स्टाफ न होने के कारण वह बैरंग ही लौट जाते हैं।


सीएमआई मुकेश ने बताया कि जिन लोगों ने ऑफलाइन टिकट बुक कराई है उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है। वह घर बैठकर ही रेलवे की वेबसाइट या 139 नंबर पर कॉल कर टिकट कैंसिल करवा सकते हैं। वहां से उन्हें ओटीपी मिलेगा। उसे दिखाकर वह काउंटर से रिफंड पा सकते हैं।

जानिए... वेबसाइट से कैसे रद्द कर सकते टिकट

  • वेबसाइट: www.irctc.co.in
  • वेबसाइट ओपन करें।होमपेज पर मेन्यू में कैंसिल टिकट पर क्लिक करें। यहां काउंटर टिकट का ऑप्शन पर क्लिक करें।
  • काउंटर टिकट पर क्लिक करने पर नया पेज खुलेगा। यहां पीएनआर नंबर और ट्रेन नंबर लिखें।
  • उसके बाद कैप्चा भरें
  • फिर चेक बॉक्स को कन्फर्म करें कि नियमों और प्रक्रिया को पूरी तरह पढ़ लिया गया है। सबमिट पर क्लिक करें।
  • मोबाइल पर ओटीपी आएगा। जिसे आपने बुकिंग के वक्त उपलब्ध कराया था। सबमिट पर क्लिक करें।
  • ओटीपी वैलिडेट होने के बाद पीएनआर डिटेल स्क्रीन पर दिखेगा।
  • फुल कैंसिलेशन के लिए कैंसिल टिकट पर क्लिक करें।
  • रिफंड राशि स्क्रीन पर दिखेगी। मैसेज आएगा। रिफंड की जानकारी होगी।
  • कैंसिल टिकट को रेलवे के काउंटर पर जमा करने पर रिफंड मिल जाएगा।


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िटकट बुक और रद्द कराने के लिए पहुंचे लोग। काफी देर तक खड़े रहे। थक गए तो अपने गोले में बैठ गए।


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