Skip to main content

सीबीएसई ने बनाई योजना, जुलाई में ऑड-ईवन फार्मूला से खुलेंगे स्कूल

(अनिल बंसल)लॉकडाउन के बाद अभिभावकों से लेकर टीचर की सभी की एक ही चिंता है आखिर स्कूल कब खुलेंगे। सीबीएसई ने इसे लेकर एक योजना बनाई है जिसके अंतर्गत अब ऑड-ईवन फार्मूला के तहत स्कूलों को खोला जाएगा। विदित हो कि ऑड-ईवन फार्मूला अभी तक वाहनों व दुकानों पर ही लागू है, लेकिन अब सीबीएसई स्कूलों में पढ़ाई के लिए भी इसी फार्मूले को अपनाया जाएगा। लॉकडाउन के बाद सीबीएसई ने ऑरेंज व ग्रीन जोन में स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए एक दिन ऑड व दूसरे दिन ईवन रोल नंबर के विद्यार्थियों को स्कूल आएंगे। योजना के तहत फिलहाल आठवीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को ही पढ़ाई के लिए स्कूल बुलाया जाएगा, जबकि पहली से सातवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को अभी स्कूल जाने के लिए इंतजार करना होगा।

पढ़ाई की गुणवत्ता पर भी जोर : शिक्षकों पर कोर्स पूरा करवाने का रहेगा दबाव
स्कूलों ने तैयारी शुरू कर दी है। लॉकडाउन के बाद स्कूलों में बच्चों के आने का सिस्टम कैसे होगा, इसको लेकर स्कूल अपने स्तर पर तैयारियों में जुटे हुए हैं। ऑड-ईवन फार्मूले के तहत स्कूल में विद्यार्थियों को बुलाने का उद्देश्य स्कूलों में शारीरिक दूरी बनाए रखना है, लेकिन इस फार्मूले से पढ़ाई करवाए जाने पर शिक्षकों पर कोर्स पूरा करवाने में दबाव रहेगा। ऐसे में शिक्षकों की जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ जाएगी। जिस दिन बच्चें स्कूल नहीं आएंगे, उनकी पढ़ाई ऑनलाइन होगी। ऐसे में संबंधित विषय के शिक्षक को क्लास रूम करवाई गई पढ़ाई को विद्यार्थियों को भेजनी होगी।

स्कूलों के गेट पर बच्चों की रोजाना ऑटोमेटिक स्क्रीनिंग होगी, इसके बाद ही उन्हें एंट्री दी जाएगी। अगर किसी बच्चे को जुकाम, बुखार या सर्दी की शिकायत होगी, तो उसे तुरंत घर भेज दिया जाएगा।

स्कूल में ऑड-ईवन एंट्री : लाॅकडाउन के बाद स्कूल खुलने पर विद्यार्थियों को ऑड-ईवन रोल नंबर के हिसाब से बुलाया जाएगा। इससे स्कूल में बच्चों की संख्या भी कम रहेगी साथ ही शारीरिक दूरी का भी पूरी तरह ख्याल रखा जा सकेगा। स्कूल गेट पर स्क्रीनिंग के बाद ही विद्यार्थी को एंट्री दी जाएगी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3cgTXA4

Popular posts from this blog

फेसबुक पर दोस्ती कर विधवा से किया गैंगरेप, जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया

किला थाना क्षेत्र में शुक्रवार को फेसबुक पर दोस्ती कर गैंगरेप का मामला सामने आया। पीड़िता के साथ 6 महीने पहले दोस्ती कर आरोपी ने जाल में फंसा लिया। फिर दोस्त कि डेयरी में ले जाकर दोस्त के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। 26 वर्षीय महिला ने बताया कि उसकी 10 साल पहले शादी हुई थी। शादी के दो साल बाद ही पति की मौत हो गई। मौत के बाद वह मायके में आकर रहने लगी। 6 महीने उसकी पहलवान चौक कुटानी रोड के सोनू के साथ फेसबुक पर बातचीत शुरू हुई थी। उसने बातों में फंसा लिया। 25 अगस्त की रात 9 बजे सोनू ने उसे जन्मदिन की पार्टी देने के लिए घर से बाहर ‌बुलाया। वह घर से बाहर आई तो वह अपनी एक्टिवा पर बैठाकर पहलवान चौक के पास बनी महालक्ष्मी डेयरी में ले गया। जिसका संचालक विकास है। सोनू उसे अंदर ले गया और को‌ल्ड ड्रिंक पिला दी। इस बीच विकास भी वहां आ गया। वह बेेहोश हो गई। वहीं रात करीब साढ़े 11 बजे होश आया तो उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। महिला का आरोप है कि फेसबुक मित्र सोनू व सोनू ने दोस्त विकास के साथ मिलकर दुष्कर्म किया है। किला पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश जारी है। Download D...

बच्चे पैंगोंग झील के पास बेखौफ घूम रहे, पर्यटकों के लिए भी खुल गया फिंगर-4 के नजदीक का यह गांव, लोग बोले- अब सब नॉर्मल

(मोरुप स्टैनजिन) चीन के साथ जारी तनाव के बीच लद्दाख के आखिरी रहवासी गांव मान-मेराक में अब जिंदगी पहले जैसी हो गई है। सभी प्रकार की पाबंदियां हटा ली गई हैं। संचार व्यवस्था बहाल हो गई है और पर्यटकों के लिए भी अब कोई रोक-टोक नहीं है। 2 महीने पहले यहां दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने थीं। तनाव के गवाह रहे फिंगर-4 इलाके के पास स्थित पैंगोंग झील अब फिर से बच्चों और स्थानीय लोगों से गुलजार है। यहां आसपास के लोगों से बात करो तो कहते हैं- इंडियन आर्मी ने चीनियों को पीछे खदेड़ दिया है। अब डरने जैसी कोई बात नहीं है। 'सर्दियों में लोग पहले की तरह अपने मवेशी फिंगर फोर तक ले जा सकेंगे' एरिया काउंसलर (स्थानीय जनप्रतिनिधि) स्टैनजिन कॉनचॉक के मुताबिक, 15-16 जून गलवान घाटी की घटना के 2 महीने बाद तक यहां के लोगों ने सेना की सख्त पहरेदारी में जिंदगी गुजारी है। लेकिन, अब जीवन सामान्य हो रहा है। सेना और स्थानीय लोग मिलकर सड़क और भवनों के निर्माण में युद्धस्तर पर लगे हुए हैं क्योंकि सर्दियां शुरू होते ही काम करने में दिक्कत आएगी। स्टैनजिन ने बताया, हमने नोटिस किया है कि चीनी पीछे हट रहे हैं। इं...

कच्चे क्वार्टर बाजार के बीच से गुजर रहे हैं बिजली के तार, हादसा आगजनी में 1999 में 48 लोगों की हुई थी मौत

शहर का सबसे व्यस्त व भीड़ वाले बाजार कच्चे क्वार्टर के बीच से बिजली के तार गुजर रहे हैं। केबल न होने से हवा चलने पर यह तार आपस में टकरा जाते हैं। जिससे चिंगारी निकलती है। ऐसे में यहां आगजनी होने का खतरा बना रहता है। व्यापारियों व दुकानदारों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। जबकि यहां एक बार बड़ी अनहोनी हो चुकी है। 1999 में आगजनी होने पर 48 लाेगों की हुई थी मौत कच्चे क्वार्टर में नवंबर, 1999 में बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। आगजनी घटना शार्ट-सर्किट के कारण हुई थी। आग में 48 लोगों की जान गई थी। वहीं सौ से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक ही दुकान के अंदर दर्जनों लोगों की जान गंवाई थी। कच्चे क्वार्टर बाजार में 1999 के बाद भीड़ करीब 10 गुणों बढ़ गई है। हर दिन यहां हजारों लोग खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां दुकानों के स्टाल पर लटकते तारों से हादसा होने का अंदेशा है। यहां दिन के समय भी पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा इस क्षेत्र में अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जबकि नगर निगम पर इस पर कंट्रोल नहीं है। यहां दिन में पैदल...