Skip to main content

बणी में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद 14 लोगों के लिए सैंपल, मोहल्ले में स्क्रीनिंग का कार्य भी जारी

राजस्थान की सीमा के साथ लगते गांव बणी में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग व पुलिस विभाग पूरी तरह अलर्ट हो गया है।स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना पॉजिटिव केस के 12 परिजनों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है। इसके अलावा चाय की दुकान पर काम करने वाले दो कर्मियों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है। गांव में नाकेबंदी करवा दी गई है और पूरे गांव को बफर जोन में शामिल किए जाने के बाद लोगों का आवागमन पूर्ण रूप से बंद करवा दिया गया है।

प्रभावित एरिया पंचकूला मोहल्ला के 150 घरों की आबादी वाले 670 लोगों की स्क्रीनिंग का कार्य चल रहा है।स्वास्थ्य विभाग के एसएमओ डाॅ. नरेश सहारण ने बताया कि पांच टीमों का गठन करके प्रत्येक घर के सदस्यों का स्क्रीनिंग टेस्ट करवाया जा रहा है। थाना प्रभारी साधुराम ने बताया कि बणी में जाने वाले सभी रास्तों पर नाकेबंदी करवा दी है।

कंट्रोल रूम में मदद के लिए नहीं आई कॉल

बणी गांव के पंचकूला मोहल्ला को कंटेनमेंट व गांव को बफर जोन में शामिल किए जाने के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। कंट्रोल रूम के इंचार्ज डाॅ. नरेश सहारण ने बताया कि बुधवार को दूसरे दिन किसी ने भी सहायता के लिए फोन नहीं किया है।

पॉजिटिव मिलने पर गांव को करवाया जा रहा सेनिटाइज
बणी गांव में कोरोना पॉजिटिव केस पाए जाने के बाद गांव को बार-बार सेनिटाइज करवाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम का सहयोग करने के लिए युवा विंग की टीम जुटी हुई है। बफर व कंटेंटमेंट जोन के लोगों को खाद्य सामग्री पहुंचाने में प्रशासनिक टीम लगी हुई है। पंचायत भी अपने स्तर पर सेवाएं दे रही है।

विभाग ने शुरू किया स्क्रीनिंग अभियान

गांव बणी में कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने डोर-टू-डोर जाकर स्क्रीनिंग अभियान शुरू किया है। बुधवार को विभागी टीमाें ने 149 परिवारों के 679 लोगों की स्वाथ्य की जांच की है। इसके अलावा कोरोना पॉजिटिव मिले व्यक्ति के संपर्क में आए 122 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए हैं। इनकी रिपोर्ट एक-दो दिन में आएगी।

लोगों को घर द्वार पर ही पहुंचाई जाएगी सब्जी
डीसी रमेश चंद्र बिढ़ान ने बताया कि सहायक खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक रानियां यह सुनिश्चित करें कि कंटेनमेंट जोन में खाद्य पदार्थों राशन, दूध, ग्रोसरी, दवाइयां व सब्जियों की आपूर्ति सुचारु रहे। यह भी सुनिश्चित करें कि कंटेनमेंट जोन में लोगों को घर द्वार पर ही सब्जियों, राशन/किराने की वस्तुओं, दूध आदि पहुंचे। उन्होंने निर्देश कि डिलिवरी के समय ध्यान रखा जाए कि डिलिवरी ब्वाय पूरी तरह से सुरक्षा उपकरण पहनें हो और वह किसी भी घर के अंदर नहीं जाएगा और न ही किसी भी व्यक्ति के संपर्क में आएगा। उप निदेशक पशुपालन विभाग कंटेनमेंट जोन में पशुओं के लिए हरे / सूखे चारे व पशुओं के लिए दवाईयों की व्यवस्था करेंगे। कंटेनमेंट जोन में बिजली की आपूर्ति सुचारू रूप से रहेगी, इसके लिए बिजली विभाग की जिम्मेवारी रहेगी। इसी प्रकार स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति एसई पब्लिक हेल्थ द्वारा नियमित रूप से सुनिश्चित की जाए।

18 दिन के बाद खोला कंटेनमेंट जोन नाका, आधे घंटे बाद दोबारा लगाया
शहर के कंगनपुर रोड स्थित शिव नगर में कंटेनमेंट जॉन को बिना किसी अधिकारिक सूचना के खोला तो अधिकारियों को सूचना मिलने पर दोबारा नाकेबंदी की गई। नाके में ढील देने पर गली निवासी बाहर आ गए और भीड़ लग गई जिला प्रशासन ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं ड्यूटी मैजिस्ट्रेट मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेंगे और जिसकी गफलत से नाका खोला गया उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी हुआ यूं कि बुधवार शाम करीब 6:00 बजे सूचना आई कि अधिकारियों ने शिव नगर के कंटेनमेंट जॉन को हटाने का फैसला कर लिया है इस सूचना पर नाके पर तैनात पुलिस ने नाकाबंदी हटा दी और गली निवासियों को बाहर आने की छूट भी दे दी कंटेनमेंट जॉन हटाने की सूचना पर गली निवासी अपने-अपने घरों से बाहर आ गए और पुलिस ने भी वेरीगेट हटा दिए लेकिन आधे घंटे बाद ही प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना मिली कि बिना किसी अधिकारिक पुष्टि के कंटेनमेंट जॉन को खोल दिया गया है तो इस पर तुरंत संज्ञान लिया गया। ड्यूटी मैजिस्ट्रेट डॉक्टर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि बिना किसी सूचना के खोल दिया गया था लेकिन अब दोबारा कंटेनमेंट जॉन को बहाल कर दिया गया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Screening for 14 people in sample, locality continues after Corona positive was found in Bani


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2XCeytt

Popular posts from this blog

पड़ोसी राज्यों से पहले वीआईपी ट्रीटमेंट फिर शुरू; विधायकों की गाड़ियों पर लगेगी झंडी

लाल बत्ती हटने के बाद वीआईपी कल्चर से बाहर हुए विधायकों की गाड़ी की अब दूर से पहचान हो सकेगी। जल्द मंत्रियों की तरह अब इन गाड़ियों पर भी झंडी लगेगी। अभी गाड़ी में कौन बैठा है, इसकी जानकारी विधायक की ओर से न दिए जाने तक न तो किसी कर्मचारी-अधिकारी को होती है और न ही आम आदमी को। इसलिए अब एमएलए लिखी झंडी गाड़ी पर लगेगी तो माननीयों को कुछ वीआईपी ट्रीटमेंट शुरुआत में ही मिलने लग जाएगा। इन झंडियों का डिजाइन तैयार हो चुका है। इसे स्पीकर ने मंजूरी दी है। बताया जा रहा है कि मॉनसून सत्र से पहले विधायकों की गाड़ियों पर ये झंडियां लग जाएंगी। विधायकों को हालांकि अभी विधानसभा से एमएलए लिखा स्टीकर जारी किया है, जो गाड़ियों के शीशे पर लगा है। पुलिस कर्मचारी हो या अन्य कोई, इस पर जल्दी नजर नहीं जाती। इसलिए कई उन्हें पार्किंग से लेकर रास्ते तक में रोक लिया जाता है। इससे कई बार विधायकों व पुलिस की बहस होने की खबरें भी आती रहती हैं। विधायकों ने पहचान के लिए झंडी की मांग थी। इसके अलावा गाड़ी की मांग भी की जाती रही है, जिसके लिए सरकार इनकार कर चुकी है। पुलिस अधिकारियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ियों आगे...